Corporate Insurance Kya Hota Hai? 2023 में पूरी जानकारी

Insurance नाम एक आम शब्द हो गया है। लेकिन Insurance में कई अलग-अलग प्रकार होते हैं। अलग-अलग तरह की risk cover को अलग-अलग बीमा के माध्यम से cover किया जाता है। जिस प्रकार से जीवन की रिश्तेदार को Life Insurance के माध्यम से कवर किया जाता है और Health की risk cover को Health Insurance के माध्यम से cover किया जाता है।

उसी प्रकार से लोगों की संपत्ति को cover करने के लिए Corporate Insurance का प्रयोग होता है। Corporate Insurance नाम तो आपने सुना ही होगा Corporate Insurance के बारे में आज हम आपको details में जानकारी देंगे। आज के आर्टिकल में आपको Corporate Insurance kya hota hai? और Corporate Insurance के फायदे क्या है? इसके बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

कॉर्पोरेट इंश्योरेंस क्या होता है? (Corporate Insurance kya hota hai in Hindi 2023)

कॉरपोरेट इंश्योरेंस एक प्रकार का वाणिज्य बीमा होता है। जिसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति के बिजनेस को होने वाले वित्तीय नुकसान या कर्मचारी के स्वास्थ्य देखभाल लाभ इसके अलावा दुर्घटना व चोरी के मामले में कई तरह से रिस्क कवर प्रधान कराया जाता है।

यह इंसुरेंस मुख्य तौर पर बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा खरीदा जाता है। ताकि उन कंपनियों को जोखिम से होने वाले चिंता से छुटकारा मिल सके और कंपनी में बीमा कंपनी के द्वारा अच्छा रिस्क कवर भी मिल सके। कॉर्पोरेट बीमा पॉलिसी के माध्यम से संपत्ति का बीमा भी किया जाता है। यदि किसी आपदा में आपके संपत्ति को नुकसान होता है तो ऐसे में भी बीमा कंपनी आपको क्लेम प्रदान करवाती है।

कॉरपोरेट इंश्योरेंस के प्रकार (Types of Corporate Insurance in Hindi)

कॉरपोरेट इंश्योरेंस मुख्य तौर पर छह प्रकार का होता है। कारपोरेट इंश्योरेंस के सभी अलग-अलग प्रकार अलग अलग तरह से अलग-अलग रिस्क कवर को शामिल कर रहे हैं। कॉर्पोरेट इंश्योरेंस के प्रकार की जानकारी नीचे कुछ इस प्रकार से दी गई हैः

1. सार्वजनिक दायित्व बीमा (Public Liability Insurance)

कॉरपोरेट इंश्योरेंस जो सार्वजनिक दायित्व बीमा के माध्यम से व्यवसाय में होने वाले नुकसान की भरपाई करता है। ऐसे में बीमा कंपनी और ग्राहक के बीच व्यवसाय में नुकसान को लेकर गठबंधन होते हैं और ऐसे गठबंधन में व्यवसाई कंपनी के लिए कॉर्पोरेट बीमा कवर नियमित रूप से ग्राहकों के साथ लेनदेन के बारे में बातचीत और व्यवहार करती है।

2. व्यापार संपत्ति बीमा (Business Property Insurance)

कॉर्पोरेट इंश्योरेंस का दूसरा प्रकार हुए अपार संपत्ति बीमा है। यह बीमा जो किसी भी व्यक्ति की संपत्ति को होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी के द्वारा की जाती है। यह बीमा जिसने आग, नागरिक अशांति और अन्य प्रकार की कई घटनाओं के कारण कंपनी को जो नुकसान होता है। उसका कवर इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाता है।

3. कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा (Corporate Health Insurance)

कॉरपोरेट बीमा के अंदर एक कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा विकल्प भी होता है। जो कॉर्पोरेट बीमा कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य का एक बीमा किया जाता है। जिसमें सभी कर्मचारियों को शामिल किया जाता है और उसका प्रीमियम बीमा कंपनी को कॉरपोरेट कंपनी के द्वारा दिया जाता है।

कंपनी के माध्यम से अपने कर्मचारियों को लेकर स्वास्थ्य बीमा की सुरक्षा प्रदान करवाई जाती है। ऐसे में यदि कोई कर्मचारी कार्यरत रहते हुए बीमार हो जाता है। तो उसके चिकित्सा के खर्चे से कंपनी को निपटने की जरूरत नहीं है। बीमा कंपनी उस व्यक्ति के चिकित्सा के खर्चे उठाएगी।

4. श्रमिक मुआवजा बीमा (Workers Compensations Insurance)

कॉरपोरेट इंश्योरेंस में श्रमिक मुआवजा बीमा भी होता है। यदि किसी भी कर्मचारी का ड्यूटी पर कार्यरत रहते हुए कोई भी दुर्घटना में छोटा जाती है या फिर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है। तो ऐसे में श्रमिक को मुआवजा कॉर्पोरेट इंश्योरेंस के तहत दिया जाता है और इसके लिए कंपनी को पहले कॉरपोरेट इंश्योरेंस करवाना होता है।

5. पेशेवर क्षतिपूर्ति बीमा (Professional Indemnity Insurance)

यह इंश्योरेंस लेने के बाद कोई भी कर्मचारी ग्राहक द्वारा होने वाली लापरवाही के खिलाफ अपने खुद के बचाव के लिए सिविल मुकदमें में जो नुकसान होता है। उसकी भरपाई बीमा कंपनी के द्वारा की जाती है। यानी कि किसी भी कर्मचारी के द्वारा ग्राहक को माल उधार दिया गया है।

ऐसे में ग्राहक उस माल का पैसा कंपनी को नहीं दे रही है। तो कर्मचारी को सिविल मुकदमा करने पड़ते हैं और ऐसे में सिविल मुकदमे का जो खर्चा होता है। उसका पूरा पैसा बीमा कंपनी के द्वारा दिया जाता है।

6. निदेशक और अधिकारी देयता बीमा (Directors and Officers Liability Insurance)

यह एक मुख्य कॉर्पोरेट बीमा कहलाता है। इस बीमे के माध्यम से जो कंपनी के उच्च रैंक में काम करने वाले अधिकारी है। उनके संपूर्ण रिस्क कवर की जिम्मेदारी बीमा कंपनी पर सौंप दी जाती है। ऐसे में उच्च पद पर काम करने वाले अधिकारियों की रक्षा से संबंधित होने वाले नुकसान और किसी भी कानूनी प्रक्रिया में वित्तीय नुकसान की भरपाई होती है। वह बीमा कंपनी के द्वारा की जाती है।

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कॉरपोरेट इंश्योरेंस लेना जरूरी क्यों है?

कई लोग corporate insurance खरीदने को जरूरी नहीं समझते हैं। लेकिन यदि corporate insurance आज के समय में बड़ी कंपनियों के लिए काफी जरूरी हो गया है। क्योंकि Corporate insurance बड़ी-बड़ी कंपनियों में हर प्रकार की सुविधाएं प्रदान करवाता है

बड़ी कंपनियों को और ब्रेड बीमा लेना है इसलिए महत्वपूर्ण होता है, कि कंपनी में काम करने वाले बहुत सारे कर्मचारी के जोखिम का कवर कंपनी के कंधों पर होने की बजाय Insurance Company के कंधों पर चला जाता है।

जिससे कंपनी बिना किसी चिंता के अपने सभी कार्यों को आसानी से संपर्क कर सकती है। इतना ही नहीं उच्च जोखिम वाले वातावरण में काम करने वाले सभी लोगों के अलग-अलग तरह की लिस्ट कवर को भी प्रदान करवाया जाता है। यह कॉर्पोरेट इंश्योरेंस जो व्यवसायिक रूप का फोटो के खिलाफ कंपनी को हर प्रकार की सहायता प्रदान करता है।

निष्कर्ष

देश में Insurance लेने को लेकर काफी प्रचलन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लोगों को हर तरह से अपने भविष्य में होने वाले नुकसान से बचने के लिए insurance एकमात्र जरिया होता है। जिसके माध्यम से सभी कंपनियां अपने कर्मचारियों से लेकर अपने वित्तीय जोखिम को corporate insurance के तहत कवर कर सकती है।

आज के आर्टिकल में हमने आपको Corporate Insurance kya hota hai? इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई सवाल है। तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।

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