क्या आप जानते हैं कि मोटर या Vehicle Insurance kya hota hai और क्यों जरुरी है? Motor insurance जिसे आप वाहन इंश्योरेंस भी बोल सकते हैं। अक्सर लोग महंगी महंगी गाड़ी खरीदते हैं परंतु इंश्योरेंस को लेकर वह लापरवाही बरतने लगते हैं, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक नुकसान की भरपाई करनी पड़ती है लेकिन ऐसे कई तरह के कानून हैं जिसके जरिए आप इन नुकसान से बच सकते हैं।
इस Insurance में Car, Two Wheeler और Commercial वाहनों का बीमा दिया जाता है जो कि सबसे महत्वपूर्ण Policy होती है। यह पॉलिसी आपको वाहन पर अगर कोई प्राकृतिक आपदा जैसे कि बाढ़, भूकंप, तूफान इसी के साथ कोई भी प्रकार की मानव निर्मित आपदा जैसे की चोरी, लूट, दंगे, हड़ताल इत्यादि में अगर किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो कंपनी के जरिए फाइनेंशियल सुरक्षा दी जाती है।
दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम आपको Motor Insurance आप किस प्रकार ले सकते हैं यह क्या होता है इसी के अलावा इसका क्या फायदा है, अन्य सभी चीजों के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। अगर आप पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आर्टिकल में अंत तक जरूर बने रहें।
Motor या Vehicle Insurance क्या होता है?
मोटर इंश्योरेंस एक ऐसा इंश्योरेंस होता है जो कंपनी के द्वारा दिया जाता है। अगर आपको किसी भी प्रकार का नुकसान हो रहा है और आपने अपने मोटर टू व्हीलर गाड़ी इत्यादि का इंश्योरेंस करवा रखा है तो उसका कवर कंपनी के द्वारा दिया जाता है। इससे आपके आर्थिक नुकसान को बचाया जा सकता है। यह प्राकृतिक आपदा पर भी लागू होता है जैसे कि बाढ़ भूकंप इत्यादि और मानव निर्मित आपदा जैसे चोरी लूट डकैती इन सभी चीजों का कवरेज कंपनी ही देती है इसे ही मोटर इंश्योरेंस कहा जाता है।
मोटर बीमा पॉलिसी के प्रकार (Types of Vehicle Insurance in Hindi)
सबसे पहले हम बात करते हैं कि मोटर बीमा पॉलिसी कितने प्रकार की होती है। जी हां, यह केवल एक प्रकार की ही नहीं होती मोटर बीमा पॉलिसी तीन प्रकार की होती है, तो आइए इसके बारे में हम आपको जानकारी देते हैं।
Private Insurance Policy ( काऱ के लिए)
प्राइवेट इंश्योरेंस पॉलिसी में अगर कार में आग प्राकृतिक आपदा चोरी या अन्य दुर्घटना आदि होने की दुर्घटना घट जाती है, तो इसका नुकसान इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा दिया जाता है इसी के साथ यह कैशलैस क्लेम और अन्य लाभ भी आपको देती है। आपको कितने प्रकार का प्रीमियम या उसकी राशि मिलेगी यह कार का निर्माण और उसका मूल्य तय करता है। यह प्रीमियम राशि अलग-अलग होती है प्राइवेट Car Insurance Policy को विस्तृत रूप से लायबिलिटी ओनली या पैकेज पॉलिसी इन तीन चीजों में ही वर्गीकृत किया जाता है इसी के आधार पर इंश्योरेंस पॉलिसी की राशि दी जाती है।
Insurance Policy Two Wheeler के लिए
यह Two Wheeler Insurance Policy होती है जो स्कूटर या बाइक के लिए cover up देती है। इसमें अगर कोई प्राकृतिक आपदा या फिर मानव निर्मित आपदा के द्वारा अगर कोई नुकसान हो जाता है तो इसका कवर बीमा कंपनी के द्वारा किया जाता है। प्राकृतिक आपदा जैसे कि आग लगना या अन्य प्रकार का जोखिम होना इसी के साथ चोरी होना या अन्य नुकसान होना इन सभी नुकसान को कवर करने के लिए टू व्हीलर को सुरक्षा दी जाती है। अगर इसमें मालिक राइडर या यात्री का एक्सीडेंट हो जाता है तो उसके लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर प्रदान किया जाता है।
Commercial Vehicle Insurance
यह इंश्योरेंस वह इंश्योरेंस होता है जिसमें ट्रक, बस, भारी कमर्शियल वाहन हल्के कमर्शियल वाहन, मल्टी यूटिलिटी, वाहन कृषि वाहन, टैक्सी, एंबुलेंस, ऑटो रिक्शा इत्यादि ऐसे वाहन जो होते हैं उनके लिए कमर्शियल इंश्योरेंस दिया जाता है। अगर इनमें चोरी नुकसान थर्ड पार्टी लायबिलिटी और पर्सनल एक्सीडेंट इत्यादि के मामले सामने आते हैं तो उनको फाइनेंशियल कवरेज दी जाती है इसके तहत जो भारी वाहन होते हैं उनके लिए भारी पॉलिसी तैयार की जाती है। जैसे कि बुलडोजर ट्रेलर इत्यादि वाहनों के लिए भारी पॉलिसी उपलब्ध होती है इसी के साथ जो छोटे वाहन होते हैं उनको थोड़ी कम इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदान की जाती है।
मोटर इंश्योरेंस के जरिए Coverage के प्रकार
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के दौरान अलग-अलग प्रकार के coverage दिए जाते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं-
पहला Coverage – Third Party Coverage
2019 के तहत अगर कोई भी थर्ड पार्टी कार या बाइक लेती है तो उसको पॉलिसी लेना अनिवार्य होता है क्योंकि यह मोटर वाहन अधिनियम के तहत जारी किया गया है और यह कानूनी रूप से खरीदना अनिवार्य होता है। अगर वह व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तो उस पर दंड लगाया जाता है यह इंश्योरेंस प्रॉपर्टी को होने वाले नुकसान के साथ-साथ वाहन जो तीसरा व्यक्ति खरीदा है। अगर उसके साथ चोट या मृत्यु ऐसी दुर्घटना हो जाती है तो उसके लिए कवर दिया जाता है यह इंश्योरेंस केवल थर्ड पार्टी देयताओं को कवर देने के लिए ही किया जाता है और मालिक को वाहन या उसकी चोरी के लिए फाइनेंसियल कवर प्रदान नहीं किया जाता है।
दूसरा Coverage – On-Demand Coverage
यह एक महत्वपूर्ण इंश्योरेंस कवरेज होता है और यह बहुत ही जरूरी होता है लोगों के लिए ऑन डैमेज कवरेज एक वैकल्पिक है क्योंकि यह पॉलिसी धारा के वाहन को होने वाले नुकसान के लिए उनको खबर देता है। प्राकृतिक आपदा जैसे कि तूफान बाढ़ या मानव निर्मित आपदा चोरी, डकैती, लूटपाट, दंगे इत्यादि अगर आपदा आ जाती है तो उसके लिए यहां छोटे मामले या बड़े नुकसान इन सभी चीजों के लिए कवरेज दिया जाता है।
तीसरा Coverage – Comprehensive Coverage
यह कवरेज पूरी तरह से एक संपूर्ण कवरेज होता है जोकि ऑन डैमेज और थर्ड पार्टी दोनों ही कवरेज को प्रदान किया जाता है। इसी के साथ यह ऐड ऑन कवरेज भी देता है जैसे कि जीरो डेप्रिसिएशन कवर इंजन प्रोटक्शन कवर रोडसाइड असिस्टेंट कंज्यूमेंबल कवर और पैसेंजर कवर इन सभी चीजों को शामिल किया गया है।
मोटर बीमा पॉलिसी क्यों जरूरी होती है
देखा जाए तो यह हर मायने में बहुत ही जरूरी होती है भले ही आप बहुत ही कुशलता से गाड़ी चलाते हो परंतु वाहन बीमा हर हाल में एक फायदेमंद सौदा होता है क्योंकि, यह आपको बहुत सारी मुश्किलों से बचाता है इसी के साथ आपकी आर्थिक सहायता भी करता है।
दूसरे व्यक्ति वाहन या संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए
देखा जाए तो भारत में बहुत ही ज्यादा चोरी या प्राकतिक आपदा इन सभी की वारदात होती हुई सामने आती है। ऐसे में भारत में 2019 मोटर अधिनियम के तहत थर्ड पार्टी बीमा सभी लोगों के लिए लेना अनिवार्य कर दिया है। अगर किसी हादसे की स्थिति में आपके वाहन से किसी अन्य व्यक्ति को क्षति हो जाती है तो उसका हर्जाना थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के जरिए ही निपटाया जा सकता है। हो सकता है यह नुकसान स्थाई चोट हो या मौत का रूप भी ले तो इसका मुआवजा लाखों का हो या करोड़ों का हो वह थर्ड पार्टी लायबिलिटी इंश्योरेंस के तहत चुकाया जाता है। इससे अन्य व्यक्ति की प्रॉपर्टी को हुए नुकसान को भी कंपनी के द्वारा ही कर दिया जाता है। अगर कोई ऐसी परिस्थिति आ जाती है और आप अपने वाहन का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस नहीं करवाते हैं तो पकड़े जाने पर आपको ₹2000 तक का जुर्माना देना पड़ता है इसी के साथ 3 महीने की जेल भी हो सकती है।
अपने ही वाहन को हुए नुकसान की भरपाई पूरी करने के लिए
मान लीजिए आपके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है तो ऐसी स्थिति में आपके वाहन को नुकसान होता ही है। अगर आपके वाहन को नुकसान होगा तो मरम्मत का खर्च भी होगा आप इसीलिए अगर आप फर्स्ट पार्टी मोटर इंश्योरेंस लेते हैं तो इसके जरिए आप आर्थिक संकट से खुद को बचा सकते हैं क्योंकि रिपेयरिंग के जितने भी झंझट होते हैं उनसे आप मुक्ति पा सकते हैं और यह आपको बिल्कुल मुफ्त में करके दिए जाते हैं। ऐसी बहुत सारी कंपनियां हैं जो रोडसाइड असिस्टेंट की सुविधा भी उपलब्ध करवा रही हैं इसके जरिए वह हादसे वाले स्थान पर ही पहुंच जाती हैं और आपकी जितनी हो सके उतनी मदद करती हैं।
प्राकृतिक आपदा या अन्य घटनाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए
ऐसा कई बार होता है कि प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को कई नुकसान झेलने पड़ते हैं। ऐसे में अगर कोई सड़क हादसा हो जाता है, कार में आग लग जाती है, भूकंप आ जाता है, या भूस्खलन, बाढ़, आंधी, तूफान, बिजली गिरना, इन सभी आपदा से अगर आप झूझ जाते हैं तो इसके लिए आप मोटर इंश्योरेंस अवश्य करवाएं यह एक समझदारी का सौदा हो सकता है क्योंकि इसके जरिए आपको कवर मिल जाता है और आप आर्थिक संकट से खुद को बचा सकते हैं। इसी के साथ मानव निर्मित आपदाएं जैसे कि दंगे, आतंकी हमला, विस्फोट, चोरी इन सभी चीजों को भी शामिल किया गया है। अगर इसमें आप मोटर इंश्योरेंस लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत ही समझदारी वाला सौदा हो सकता है।
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी कहां पर नहीं दी जाती है?
जी हां मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में कई ऐसी चीजें शामिल होती हैं जो आपके साथ अगर घटित हो जाती है तो वहां पर आपको मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं दी जाती है। जैसे कि-
अगर आप की पॉलिसी की आखिरी तिथि समाप्त हो जाती है और उसके बाद कोई पॉलिसी नही होती है तो वहां पर आपको इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं दी जाती है।
जो व्यक्ति वाहन चला रहा है अगर उसके पास माननीय ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होता है और उस स्थिति में अगर कोई नुकसान हो जाता है तो वहां पर आपको इंश्योरेंस नहीं दिया जाता है।
मोटर वाहन चलाते समय अगर ड्राइवर लापरवाही बरतना है और उसकी वजह से कोई नुकसान हो जाता है तो वहां पर इंश्योरेंस नहीं दिया जाता है।
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में दर्ज भौगोलिक क्षेत्र के बाहर होने वाला कोई भी एक्सीडेंट नुकसान या क्षति होती है तो उस हालत में मोटर पॉलिसी नहीं दी जाती है।
ड्राइवर अगर किसी नशीले पदार्थ या शराब का सेवन करके ड्राइविंग करते हैं तो उसमें जो नुकसान होता है तब मोटर इंश्योरेंस नहीं दिया जाता है।
इसी के साथ युद्ध आतंकी हमले आक्रमण विदेशी शत्रु की कार्यवाही गृह युद्ध विद्रोह बगावत शत्रुता रेडिएशन या परमाणु सामग्री हत्यारों की वजह से अगर वाहन को नुकसान हुआ है तब मोटर इंश्योरेंस नहीं दिया जाता है।
अगर कोई मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल खराबी हो जाती है या वाहन में कोई टूट-फूट हो जाती है तो मोटर इंश्योरेंस नहीं मिलता है।
Motor/Vehicle Insurance क्यों लेना चाहिए?
मोटर इंश्योरेंस बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है अगर आप इसको खरीदते हैं तो यह केवल आपके लिए ही फायदेमंद साबित हो सकता है। जैसे कि-
अगर वाहन के मालिक को या उसके वाहन को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो उस से बचा जा सकता है।
यह वाहन मालिक को कानून के अनुसार थर्ड पार्टी देयता को कवरेज देने की सुविधा प्रदान करते हैं।
अगर किसी प्रकार की शारीरिक चोट लग जाती है तो उस के दौरान कवरेज दिया जाता है।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस एक वैधानिक आवश्यकता है जो सभी के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
सार्वजनिक स्थान पर अगर वाहन का उपयोग करते समय थर्ड पार्टी के जीवन या संपत्ति को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है या क्षति होती है तो कानूनी तौर पर वाहन का मालिक ही जिम्मेदार होता है।
1998 मोटर वाहन अधिनियम के तहत जो भी भारतीय सड़क पर वाहन चला रहे हैं उन्हें थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेना अनिवार्य है।
मोटर या वाहन बीमा लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
जब भी आप मोटर इंश्योरेंस लेते हैं तो उसके लिए आपको बहुत सारी बातों को ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि अक्सर लोग प्रीमियम पैसा भरने की जो मात्रा होती है उसे कम देख कर ही बीमा पॉलिसी का चुनाव करते हैं। ऐसे में जो सस्ता प्लान लेकर वह कम सहूलियत में ही संतुष्ट हो जाते हैं। अगर आपको कोई प्रीमियम महंगा लग रहा है तो उसके साथ जीरो डेप्रिसिएशन ऐडऑन भी मिल जाता है। सबसे जरूरी ध्यान रखने योग्य तीन बातें ही होती हैं। जो कि इस प्रकार है-
- बीमा कंपनी की बाजार में साक कैसी है उसकी सर्विस की सुलभता और तेजी में कितना फर्क है इन सभी बातों को जरूर ध्यान में रखें।
- कंपनी आपको कवरेज कौन-कौन से दे रही हैं और कितना दे रही हैं खुद के लिए भी और थर्ड पार्टी के लिए भी दोनों के लिए बहुत ही जरूरी है इसीलिए हर चीज को देख कर ही मोटर पॉलिसी ले।
- आप की ओर से भरे जाने वाले प्रीमियम की मात्रा कितनी है कहीं थोड़ी सुविधा देकर वह आपसे ज्यादा वसूली ना कर रहे हो इस बात का जरूर ध्यान रखें।
- इंश्योरेंस लेने के लिए पात्रता
- अगर आप टू व्हीलर या फोर व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ पात्रता मानदंड जारी किए जाते हैं। जो कि इस प्रकार है-
- सबसे पहली बात वाहन आपके नाम पर ही रजिस्टर होना अनिवार्य है।
- इसी के साथ आपके पास रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- सबसे महत्वपूर्ण आपके पास माननीय ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
- इसी के साथ आपके पास अपडेटेड प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट होना भी अनिवार्य है।
निष्कर्ष:- Vehicle Insurance kya hota hai in Hindi 2022
इस आर्टिकल में हमने आपको इस बारे में जानकारी दी है कि Motor या Vehicle Insurance क्या होता है? और यह क्यों जरूरी होता है। अगर देखा जाए तो हर जगह प्राकृतिक आपदा और मानव निर्मित आपदा होती ही रहती है इसीलिए यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि आप मोटर वाहन इंश्योरेंस जरूर लें। यह केवल आपके लिए ही फायदेमंद साबित होता है। आशा करते हैं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आप को इस आर्टिकल से संबंधित अन्य कोई भी जानकारी चाहिए तो कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं, धन्यबाद।