वर्तमान समय में लोगों को Insurance के प्रति काफी ज्यादा रुचि देखने को मिल रही है। लोग Insurance करवाने के लिए प्रेरित भी हो रहे हैं और जागरूक भी हो रहे हैं। क्योंकि Insurance के माध्यम से लोगों को कई तरह की भविष्य की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
Insurance एकमात्र ऐसा जरिया है जो भविष्य में आने वाली सभी आपत्तियों को Insurance के माध्यम से cover कर के लोगों को चिंता मुक्त बना देता है। इस प्रकार के होते हैं और अलग-अलग तरह के Insurance अलग-अलग तरह की risk cover लोगों को प्रदान करवाते हैं। आज के आर्टिकल में हम आपको Rural Insurance kya hota hai? इसके बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगें।
ग्रामीण बीमा क्या है? (Rural Insurance kya hota hai?)
Rural Insurance जिसे हिंदी में ग्रामीण बीमा कहा जाता है। ग्रामीण बीमा जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के परिवार की सुरक्षा करने के लिए एक बीमा है। जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी लोग अपने भविष्य में परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित कर सकते हैं और अपने सुखी जीवन में चिंता को दूर कर सकते हैं।
इस प्रकार का बीमा जो गांव में रहने वाले लोगों को कई प्रकार की जोखिम से छुटकारा दिलाता है। ग्रामीण insurance जो कम Premium के साथ अत्यधिक रिश्तों और प्रदान करवाता है। साथ ही साथ बहुत तेजी से claim की सुविधा भी प्रदान करता है।
ग्रामीण बीमा के प्रकार (Rural Insurance Types in Hindi)
ग्रामीण बीमा कई प्रकार का होता है। ग्रामीण बीमा ग्रामीण लोगों के लिए मुख्य तौर पर उपलब्ध होने वाला एक स्पेशल बीमा है। जिसके माध्यम से लोगों को ग्रामीण इलाकों में अपने स्वास्थ्य और अपने लाइफ बीमा के साथ-साथ कई प्रकार के दुर्घटना बीमा, प्रॉपर्टी बीमा और मोटर बीमा भी प्रदान करवाया जाता है।
- मोटर बीमा (Vehicle Insurance)
- प्रॉपर्टी बीमा
- दुर्घटना बीमा
- जीवन बीमा (Life Insurance)
- Health Insurance यानी स्वास्थ्य बीमा
- पॉपुलरीटी यानी की लोकप्रियता बीमा
ग्रामीण बीमा के तहत कौन-कौन सी कवरेज मिलती है?
जब कोई भी इंसान insurance करवाने के बारे में सोचता है। तो इंसान के मन में सबसे पहले कवरेज और सुरक्षा से संबंधित कई प्रकार के सवाल पैदा होते हैं। व्यक्ति हमेशा सोचता रहता है, कि इस Policy का इस बीमा के जरिए मुझे कौन-कौन सी सुरक्षा प्रदान हो सकती हैं। ग्रामीण बीमा के तहत मिलने वाली सुरक्षा ओं की सूची हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैंः
- हट बीमा
- पोल्ट्री बीमा
- साइकिल रिक्शा नीति
- रेशम उत्पादन बीमा
- मधुमक्खी बीमा
- विफल – अच्छी तरह से बीमा
- भेड़ और बकरी बीमा
- लिफ्ट सिंचाई बीमा
- किसान पैकेज बीमा
- कृषि पंप-सेट नीति
- पशु-चालित गाड़ी बीमा
- ग्रामीण व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा
- एक्वा-कल्चर (झींगा/झींगा) बीमा
- बागवानी/वृक्षारोपण बीमा योजना
ग्रामीण बीमा के लिए जरूरी योग्यता
बीमा कंपनी के द्वारा और आईआरडीए यानी कि इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा किसी भी इंश्योरेंस से संबंधित मापदंड व योग्यता का निर्धारण किया जाता है और उसी योग्यता के आधार पर लोगों को बीमा प्रदान करवाया जाता है। इसी प्रकार से आईआरडीए ने ग्रामीण बीमा के लिए भी मुख्य योग्यता का निर्धारण किया है जो कुछ इस प्रकार से हैः
- ग्रामीण बीमा खरीदने वाले लोगों को ग्रामीण बीमा उस जगह पर उपलब्ध होता है। जिस गांव की पॉपुलेशन 5000 लोगों से कम हो।
- ग्रामीण बीमा जिसमें जनसंख्या घनत्व 400 प्रति वर्ग किलोमीटर से कम होने वाले क्षेत्रों में मिलता है।
- ग्रामीण बीमा ऐसे जगहों पर उपलब्ध कराया जाता है। जहां 75% जनसंख्या खेती पर निर्भर होती है।
- ग्रामीण बीमा लेने वाले आवेदक के पास पहचान पत्र और भारत की नागरिकता होना अनिवार्य है।
ग्रामीण बीमा के फायदे (Benefits of Rural Insurance)
ग्रामीण बीमा लेने से लोगों को किस तरह से फायदे होते हैं। उसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैंः
- ग्रामीण बीमा खरीदने से लोगों को ग्रामीण इलाकों में कई प्रकार की जोखिम से सुरक्षा मिलती है।
- ग्रामीण इंश्योरेंस के माध्यम से कम प्रीमियम के माध्यम से अधिक से अधिक बीमा राशि और रिस्क कवर आपको प्रदान करवाई जाती है।
- ग्रामीण इंश्योरेंस जो भविष्य में आने वाली जोखिम से आपको छुटकारा और चिंता मुक्त करता है।
- ग्रामीण इंश्योरेंस करवाने की मुख्य वजह भविष्य के लिए कई प्रकार की आपातकालीन परिस्थितियों में जो नुकसान होता है। उसकी भरपाई करना होता है।
ग्रामीण बीमा के दावा की प्रक्रिया
जो व्यक्ति ग्रामीण बीमा यानी कि Rural Insurance करवा चुके हैं। उन लोगों के लिए rural insurance का claim प्रदान करवाना और क्लेम प्रदान करवाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। रूरल इंश्योरेंस के बारे में दावा प्रक्रिया की जानकारी नीचे दी गई है।
- घटना के बाद ग्रामीण इंश्योरेंस के बीमा धारक या उत्तराधिकारी को जल्द से जल्द बीमा कंपनी को सूचित करना होगा।
- बीमा कंपनी से क्लेम का फारम लेते हुए उस फोरम के साथ दस्तावेजों को अटैच करना है और कागजी कार्रवाई पूरी करनी होगी।
- First information रिपोर्ट यानी कि एफ आई आर आपको लगानी होगी यदि किसी भी प्रकार की दुर्घटना व तोड़फोड़ के मामले हैं, तो आपको प्राथमिक रिपोर्ट दस्तावेज के तौर पर साथ में लगानी होगी।
- किसी भी ग्रामीण इंश्योरेंस से बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। तो बीमा का क्लेम लेने के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र और पशुओं की मृत्यु हो जाने के मामले में पशु के कान पर लगा हुआ टैग का फोटो आप को साथ में लगाना होगा।
- बैंक खाते की पासबुक दस्तावेज के तौर पर आपको क्लेम के फॉर्म के साथ अटैच करनी होगी।
- इस आवेदन फार्म को बीमा कंपनी के नजदीकी ब्रांच में जाकर जमा करवा देना है।
- जैसे ही आप आवेदन फॉर्म जमा करवा देते हैं,आवेदन का सत्यापन के लिए 2 से 3 दिन तक बीमा कंपनी के टीम के द्वारा आपके आवेदन को रिमूव किया जाएगा।
- उसके बाद अगले 10 दिन के भीतर लाभार्थी के खाते में क्लेम की राशि प्रदान करवा दी जाएगी।
निष्कर्ष
Insurance हर तरीके से इंसान को फायदा देता है। Insurance के माध्यम से व्यक्ति अपने भविष्य में आने वाले जोखिम से छुटकारा प्राप्त कर सकता है और भविष्य की चिंता से भी राहत पा सकता है। आज के आर्टिकल में हमने आपको Rural Insurance kya hota hai? यानी कि ग्रामीण बीमा क्या है। इसके बारे में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।